आखिरकार राहुल गाँधी ने ऐसी तो क्या शर्त रखी की जिससे कोंग्रेस के दिग्गज नेता हुए प्रदेश प्रमुख की रेस से बाहर !!!!!!

आखिरकार राहुल गाँधी ने ऐसी तो क्या शर्त रखी की जिससे कोंग्रेस के दिग्गज नेता हुए प्रदेश प्रमुख की रेस से बाहर !!!!!!

बीते कई समय से गुजरात कोंग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए खींचतान जारी थी. तब आख़िरकार प्रदेश कोंग्रेस के नए अध्यक्ष और नेता विपक्ष के नामो पे आखरी मुहर लग गई. पर कई बड़े बड़े नामो को छोड़ कोंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पे जगदीश ठाकोर को चुना गया. ये फैसला लेने में इतना समय क्यों लगा और आख़िरकार राहुल गाँधी ने ऐसी तो कोनसी शर्त रखी की खुद ब खुद दिग्गज कोंग्रेसी नेताओ ने प्रदेश प्रमुख के पद को छोड़ दिया?

राहुल गाँधी ने प्रदेश प्रमुख पद के लिए जो शर्त रखी वो थी की जो कोई प्रदेश प्रमुख बनने की इच्छा रखता  है वो चुनाव नहीं लड़ पाएगा, जिहां राहुल गाँधी की इस शर्त के बुते गुजरात कोंग्रेस प्रदेश प्रमुख के  दावेदारी कर रहे कई दिग्गज कोंग्रेसी नेताओ ने अपनी दावेदारी को छोड़ा और आख़िरकार गुजरात प्रदेश कोंग्रेस के नए प्रमुख के तौर पे जगदीश ठाकोर की नियुक्ति की गई. आपको बतादे विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.

तब कोंग्रेस पार्टी के आला कमांड ने सभी कार्यकर्ताओ से आपसी खींचतान छोड़ के चुनावी काम ने जुटने का सीधा और साफ़ साफ़ संदेश दिया है. अब देखना यही होगा की कोंग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर किस तरह कोंग्रेस को विधानसभा चुनाव 2022 के लिए तैयार करते है और नए प्रदेश प्रमुख की नियुक्ति पे गुजरात की राजनीती में क्या नए समीकरण बनते है.