गुजरात के विभिन्न जिलों समेत वडोदरा में कब बारिश की संभावना?

अरब सागर में डिप्रेशन सिस्टम के चलते गुजरात में 25 अक्टूबर से 1 नवंबर तक बेमौसम बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है। जानिए दक्षिण गुजरात, मध्य गुजरात और सौराष्ट्र में मौसम का हाल और किसानों पर इसका क्या असर होगा। पूरी खबर पढ़ें।

गुजरात के विभिन्न जिलों समेत वडोदरा में कब बारिश की संभावना?

गुजरात में 1 नवंबर तक बेमौसम बारिश का साया, अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम; तेज हवाएं चलने का भी अलर

गांधीनगर। अरब सागर में बने कम दबाव (डिप्रेशन) के एक सक्रिय सिस्टम और 'ला नीना' के संभावित प्रभाव के चलते गुजरात राज्य में एक बार फिर बेमौसम बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आज 25 अक्टूबर से लेकर आगामी 1 नवंबर तक राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। इस पूर्वानुमान ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिनकी तैयार फसलें खेत में खड़ी हैं।

इन क्षेत्रों में रहेगा बारिश का अधिक असर:

अरबी समुद्र से उठने वाली इस मौसमी प्रणाली का सबसे ज्यादा असर दक्षिण गुजरात, मध्य गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों पर देखने को मिल सकता है।

यह सिस्टम मुंबई से सक्रिय होकर दक्षिण गुजरात के तटीय इलाकों से सौराष्ट्र के तट की ओर बढ़ेगी, जिसके कारण इन क्षेत्रों में वर्षा का माहौल बनेगा।

इन जिलों में बारिश और तेज हवा का अलर्ट:

मौसम विभाग ने गुजरात के कई जिलों में केवल बारिश ही नहीं, बल्कि तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई है।

25 और 26 अक्टूबर: इन दो दिनों में मुख्य रूप से दक्षिण गुजरात के जिलों में बारिश होगी। इसके साथ ही, मध्य गुजरात, सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात और कच्छ में भी छिटपुट बारिश देखने को मिल सकती है।

वडोदरा: वडोदरा शहर में आज दोपहर से लेकर मंगलवार रात तक बारिश की प्रबल संभावना है। इसके बाद, गुरुवार तक बारिश के हल्के छींटे (बरसाती झटके) पड़ सकते हैं।

आगे की मौसम प्रणाली:

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, एक और महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि पश्चिम बंगाल की खाड़ी के समुद्र में भी बन रही है, जिसका असर गुजरात में 5 नवंबर के बाद महसूस किया जा सकता है।

किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी तैयार फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और बेमौसम बारिश व तेज हवाओं से बचाव के लिए आवश्यक इंतजाम करें। मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की जा सकती है।